ऑफिस में करें ये काम बने रहेंगे स्वस्थ - An Overview



They do not retailer right own facts, but are according to uniquely pinpointing your browser and Online system. If you do not allow for these cookies, you will experience less focused promotion.

इसके लिए आपको अपने दोनों हाथों को आगे की तरफ लायें। 

ऑफिस चेयर पर पुशअप करना आसान हो सकता है। आप वीडियो में दिखाई गई स्थिति के मुताबिक कुर्सी के हैंडल को पकड़ते हुए पुशअप पोजिशन में आएं।

By clicking “Acknowledge All Cookies”, you conform to the storing of cookies on your machine plus the processing of knowledge acquired by using those cookies (such as about your Tastes, unit and on-line action) by us and our industrial partners to improve website navigation, personalise advertisements, analyze web-site use, and aid inside our internet marketing attempts.

You are able to set your browser to block or alert you about these cookies, but some portions of the location will likely not then operate or you might not be able to login.

अब आप सबसे पहले आराम से अपनी गर्दन को दाहिने तरफ घुमाएं।

शिक्षा सक्सेस स्टोरीज उड़ान मेरा शहर

आईपीएल न्यूज़बिहार-झारखंड का 'महिया' कैसे बना साउथ इंडिया का सबसे बड़ा क्रिकेटिंग स्टार थाला

चीन ने ठुकराया अमेरिका का निमंत्रण, सिंगापुर में रक्षा प्रमुखों के बीच बैठक से किया इंकार

They don't retail outlet directly private info, but are dependant on uniquely figuring out your browser and World wide web gadget. If you don't allow these cookies, you can expertise less qualified advertising.

"वर्कोहलिक''। इसे हिन्दी में काम का नशा या काम की धुन कहा जा सकता है। इसके तहत व्यक्ति बस काम ही काम में डूबा रहता है। इस तरह का भूत उस पर सवार रहता है जिसके कारण वह जिंदगी से कटता चला जाता है। अब तो विज्ञान ने भी सिद्ध किया है कि एक ही चीज के पीछे पड़े रहना हमें अन्य बातों के प्रति नीरस बना देता है, जिससे जीवन के अंतिम वर्ष यातना भरे हो सकते हैं। माना कि काम करना जीवन चलाने के लिए जरूरी है। काम नहीं करेंगे तो हमारे दायित्वों को कौन पूरा करेगा, मगर शरीर से काम ही काम करवाते रहेंगे तो थकान आने लगेगी। इसी थकान को दूर करने के लिए विश्राम भी जरूरी है। हर व्यक्ति के लिए आराम के मायने अलग-अलग होते हैं। कई लोग सोचते हैं कि ढेर सारी धन-दौलत हो तो जिंदगी बड़े मजे से कटेगी। कोई टेंशन नहीं होगा, बस आराम ही आराम। पर Source मनोवैज्ञानिकों के अनुसार आराम का अर्थ तनावरहित जिंदगी है। देखें कि इस अस्त-व्यस्त दिनचर्या, काम की दौड़ा-दौड़ी और दिमाग के पस्त होने जैसी समस्याओं से कैसे निपटा जाए।

दूसरी तरफ ऑफिस में दिनभर लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करते रहने से फिजिकल एक्टिविटी भी नहीं हो पाती। ऐसा में आप करें भी तो क्या?

क्या नौतपा का कोई वैज्ञानिक पहलू भी है, इस दौरान बारिश क्यों होती है हानिकारक?

किसी ने डीके शिवकुमार, किसी ने गाय के नाम पर ली शपथ... कर्नाटक के नए विधायकों ने गजब कर दिया!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *